कहते हैं ना कि हर चीज इतनी आसानी से नहीं मिलती किसी चीज को पाने के लिए उसे बहुत कुछ खोना पड़ता है। बहुत कुछ झेलना पड़ता है। जब हम कुछ करने की चाहत रखते हैं, तो हमारी राहों में कई सारी मुश्किलें आती हैं। यह दुनिया हमें हर तरीकों से पूछती है हमारे रास्ते में रुकावट बनती है, लेकिन अगर हमारे अंदर हिम्मत और जज्बात हैं सब्र रहे तो हम सब कुछ कर सकते हैं। हम वह सब हासिल कर सकते हैं, जिसकी हम चाहत रखते हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जिसको देखकर आप पहचान नहीं पाएंगे कि यह एक महिला है। हां, यह सच है जो वर्दी में खड़ा शख्स है वह आदमी नहीं बल्कि एक महिला है यह महिला सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। इनका नाम एनी शिवा है जो अपनी मेहनत के दम पर सब इंस्पेक्टर (SI) बनी हैं। इन्होंने जो यह लड़कों की तरह वेशभूषा बनाया है यह इनकी मजबूरी थी, जिसके कारण इन्हें औरत से एक लड़के का रूप बनाना पड़ा और इस पद को पाने के लिए इन्हें क्या-क्या करना पड़ा आइए जानते हैं।
पति से मिले धोखे से और मजबूत बनी एनी शिवा
आपको बता दें एनी शिवा की कहानी सुनकर सभी की आंखों में आंसू आ जाएंगे इनकी कहानी बेहद ही दर्द भरी है। इन्होंने सब इंस्पेक्टर का पद को हासिल कर लिया, लेकिन इन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ झेला है। इनके साथ में जो यह बच्चा खड़ा दिखाई दे रहा है यह इनका खुद का बेटा है। दरअसरल एनी जब 18 साल की थीं, तो उन्हें कॉलेज के लड़के से प्यार हो गया, तब वह फर्स्ट ईयर की छात्रा थीं। एनी की मुश्किलों की घड़ी तो तभी से शुरु हो गई, जिसके चलते उनके परिवार वाले उनसे काफी नाराज हो गए, परिवार की मर्जी के खिलाफ एनी ने उस लड़के से शादी कर ली। एनी के परिवार ने बिना परिवार की मर्जी के शादी करने की वजह से उनसे अपना सारा रिश्ता तोड़ लिया।
पति के बाद पिता ने भी अपनाने से किया इंकार
शादी के कुछ समय बाद एनी ने एक लड़के को जन्म दिया, लेकिन बच्चा होने के बाद उनके पति ने उन्हें धोखा दे दिया और उन्हें छोड़ दिया। जिसके बाद एनी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गईं। पति से धोखा खाने के बाद एनी ने अपने पिता के घर जाने का फैसला किया, लेकिन इनके परिवार वालो ने इन्हें नहीं अपनाया और घर से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद वह घर के पीछे बनी झोपड़ी में रहने लगीं और वहां अपना जीवन और अपने बच्चे का पालन पोषण करने के लिए वह मजदूरी करने लगी, एनी ने बच्चे का पेट भरने के लिए छोटे-मोटे काम शुरू कर दिए कभी व जूस बनाकर बेचती तो कभी वह साबुन बेचने का काम करती थीं। इन दिनों एनी शिवा की कहानी सुर्खियों में बनी हुई है। इन हालातों के बावजूद भी एनी शिवा ने अपनी पढ़ाई को नहीं रोका उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखा।
झोपड़ी में मजदूरी कर भरा बेटे का पेट
एनी शिवा को जिंदगी में कितनी परिस्थितियां झेलनी पड़ी उन्हें उनके पति ने उनके प्यार ने धोखा दे दिया उन्हें छोड़ दिया यहां तक कि उनके परिवार ने भी अपनाने से इंकार कर दिया एक मासूम से बच्चे को लेकर एनी शिवा दर-दर की ठोकरे खाने लगीं, लेकिन उन्होंने पढ़ना नहीं छोड़ा। आपको बता दें एनी शिवा ने समाजशास्त्र से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर ली। वहीं एनी सिवा ने समाज के तरह-तरह के सवालों से तंग आकर लड़कों की तरह कपड़े पहनना शुरू कर दिए थे।
एनी ने अपने बेटे का नाम शिवा सूर्य रखा। एनी ने अपनी ही नहीं बल्कि अपनी बेटी की पढ़ाई भी जारी रखा। एनी ने अपना वेशभूषा इसलिए बदला क्योंकि उस समाज में जहां भी वो जाती थीं, उन पर लोग अलग-अलग तरह के सवाल करते थे, जिसके चलते उन्होंने लड़के का रूप ले लिया। वह शिवा सूर्य के भाई व पिता बनकर अपना इंट्रोडक्शन कराने लगीं।
एनी के दोस्तों ने आगे फोर्स किया तो उन्होंने कोचिंग सेंटर में एडमिशन करा लिया, जिसके बाद उन्होंने सरकारी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। एनी परीक्षा देकर 2016 में बतौर महिला पुलिस कर्मी पद पर तैनात हो गईं। लेकिन एनी को यहीं पर नहीं रुकना था, उन्होंने महिला एस आई के पद की परीक्षा दी और उन्होंने 2021 में सफलता प्राप्त की और वह इस वक्त वर्कला पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं।