अतीक अहमद - अशरफ

15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई, जिसके बाद से ही बताया जा रहा है कि लगभग 800 मोबाइल नंबर अचानक बंद हो गए और यह सारे मोबाइल नंबर का कनेक्शन अतीक अहमद (Atiq Ahmad) से बताया जा रहा है जिसके बाद इन 800 मोबाइल नंबर रखने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया है. दरअसल उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने इन नंबरों को सर्विलांस पर रखा था जहां लगातार इन नंबरों की कॉल डिटेल पर निगरानी रखी जा रही थी लेकिन अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सभी नंबर बंद हो गए हैं.

अतीक की हर बातचीत पर एसटीएफ की थी नजर

जिन 800 मोबाइल नंबर के लगातार इस तरह बंद होने की जानकारी मिली है उसकी अभी एसटीएफ की टीम जांच शुरू कर दी है. आपको बता दें कि 24 फरवरी को सुलेमसराय के जीटी रोड पर वकील उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद ही इस हत्याकांड में यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि जांच के दौरान अतिक गैंग के मामले में हाथ होने के सुराग मिले हैं. इस आधार पर अतीक अहमद और उसके गैंग के मददगारो के 800 नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस पर रखा था और लगातार अन्य सदस्यों के साथ माफिया डॉन की होने वाली किसी प्रकार की बातचीत पर अपनी नजर बनाए हुए थे.

हर पहलू पर हो रही जांच

उमेश पाल मर्डर केस में तेजी से एसटीएफ की टीम जांच पड़ताल कर रही थी, तभी 15 अप्रैल को अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और अशरफ की हत्या हो गई, जिसके बाद यह तमाम नंबर बंद पड़े हैं. बताया जा रहा है कि आखिर अचानक ये नंबर बंद क्यों हो गए और अतीक के मददगार ने दोनों से मुंह क्यों फेर लिया या तो यह पुलिस की कार्यवाही का डर है या तो मामला कुछ और है.

आपको बता दें कि जब तक अतीक अहमद जिंदा था तब तक मददगारो को माफिया और उसके कनेक्शन से मदद मिलने की उम्मीद थी लेकिन अब यह उम्मीद नहीं नजर आ रही है. ऐसे में ये लोग गैंग से कन्नी काटते भी दिख रहे हैं. इन सारी बातों पर पुलिस और एसटीएफ की टीम अपनी नजर बनाए हुए हैं और सारे पहलुओं पर जांच हो रही है.

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