साल 2011 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में पूर्व भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह का अहम योगदान था। इस टूर्नामेंट के लिए उन्हें “मैन ऑफ द टूर्नामेंट” भी चुना गया था। युवराज सिंह एक ऐसा नाम है जिससे हर क्रिकेट फैन रूबरू होगा। युवराज सिंह ने अपनी पारियों के दम पर भारत को कई मैच जिताए हैं।
2011 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के बाद उन्हें उनके कैंसर के बारे में पता चला उसके बाद उन्होंने क्रिकेट से लंबा ब्रेक लिया और फिर मैदान पर वापसी करते हुए उन्हें टीम इंडिया में अपनी जगह पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा।
कमबैक करने में विराट कोहली ने की मदद
इसी कड़ी में एक इंटरव्यू के दौरान युवराज सिंह ने बताया कि, जब वह कमबैक कर रहे थे तब विराट कोहली ने उनकी काफी मदद की और अगर विराट कोहली नहीं रहते तो वो कमबैक भी नहीं कर पाते। युवराज ने कहा कि, जब मैंने वापसी की तो विराट ने मेरा सपोर्ट किया। उन्होंने मेरा सपोर्ट नहीं किया होता तो मैं कमबैक नहीं कर पाता।
एमएस धोनी ही थे जिन्होंने मुझे 2019 वर्ल्ड कप के बारे में सही तस्वीर दिखाई कि चयनकर्ता आपके बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने मुझे असली तस्वीर दिखाई। उन्होंने मुझे स्पष्टता दी और वह जितना कर सकते थे उन्होंने किया।
वर्ल्ड कप 2011 के बाद बदल गए थे एमएस धोनी
युवराज ने आगे कहां कि, एमएस धोनी को 2011 तक उन पर काफी भरोसा था लेकिन लेकिन जब उन्होंने अपनी बिमारी के बाद वापसी की, तब सब कुछ बदल चुका था। युवराज सिंह कहते हैं कि, 2011 वर्ल्ड कप तक एमएस धोनी को मुझ पर भरोसा था। वो मुझसे कहते थे कि मैं उनका मैन खिलाड़ी हूं।
लेकिन बीमारी से वापस आने के बाद खेल बदल गया और बहुत सारे बदलाव हुए थे। इसलिए जहां तक 2015 वर्ल्ड कप का सवाल है आप वास्तव में कुछ भी निश्चित नहीं कर सकते तो यह एक बहुत ही निजी कॉल है। तो मैं समझ गया कि एक कप्तान के रूप में कभी-कभी आप हर बात को सही नहीं ठहरा सकते क्योंकि दिन के अंत में आपको यह देखना होता है कि देश कैसा प्रदर्शन करता है।
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