भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह धोनी अक्सर चर्चाओं का विषय बने रहते हैं साथ ही फैंस के दिलों में राज करते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बात करें तो उन्होंने टीम इंडिया को 3 आईसीसी ट्रॉफी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जो सभी को याद रहेंगे। लेकिन धोनी को एक स्टार बनाने के पीछे सौरव गांगुली का हाथ बताया जा रहा है। इस बात का खुलासा वीरेंद्र सहवाग ने किया।
धोनी पर बोले वीरेंद्र सहवाग
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने अपने बयान में खुलासा किया कि, “उस वक्त दादा कैप्टन थे और उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को नंबर 3 पर भेजा। जिसके बाद ही दुनिया ने एमएस को जाना। धोनी के करियर का आगाज कुछ खास अच्छा नहीं हुआ था। मगर सौरव गांगुली ने उनके अंदर का टैलेंट तभी पहचान लिया था और फिर माही को उन्होंने वह मौका दिया, जिसने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की।”
धोनी ने इस मैच में मारी थी पहली सेंचुरी
बता दे कि महेंद्र सिंह धोनी पाकिस्तान के खिलाफ साल 2005 में विशाखापट्टनम में खेले गए मुकाबले मे चर्चाओं का विषय रहे। उस दौरान टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बड़ा फैसला किया था। उन्हें नंबर 3 पर भेजा और फिर उन्होंने 123 गेंदों का सामना करते हुए 148 रन रन बनाए। वनडे क्रिकेट में धोनी की यह पहली सेंचुरी रही थी। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि,
“पहले दादा ने मेरे लिए ओपनिंग जोड़ी और फिर इसके बाद धोनी के लिए नंबर 3 की जगह छोड़ी। अगर उस मैच में धोनी को नंबर 3 पर ना भेजकर 6 नंबर पर ही रखते तो धोनी इतने बड़े खिलाड़ी नहीं बनते।”
सौरव गांगुली भी दे चुके थे बयान
इस किस्से के बारे में बात करते हुए सौरव गांगुली ने भी खुलासा किया था कि “टॉस के बाद ड्रेसिंग रूम में लौट रहा था। मुझे याद है कि धोनी शॉर्ट्स में बैठे हुए थे। मैंने उनसे कहा कि आपको 3 नंबर पर बैटिंग करने जाना है। धोनी मेरे फैसले से हैरान हो गए थे। क्योंकि कोच्चि में हुए पहले वनडे में मैं खुद तीन नंबर पर बैटिंग के लिए उतरा था। धोनी में काफी दम था। मैंने घरेलू क्रिकेट में उनकी बैटिंग देखी थी। मुझे यकीन था कि अगर मैं उन्हें ऊपर खेलने भेजूंगा तो वे वाकई में कमाल करेंगे।”