भारत और वेस्ट इडीज के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज बुधवार से शुरू होने जा रही है। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डॉमिनिका में खेला जायेगा। इस सीरीज में कई युवा खिलाडी को मौका मिला हैं लेकिन कई खिलाड़ी अब ऐसे ही रह गए जिन्होंने घेरलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन इसके बाद भी उन्हें मौका नहीं मिला है। जिसके बाद माना जा रहा है कि इन खिलाड़ियों का क्रिकेट करियर लगभग खत्म हो गया है। आइए जानते है ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में।
सरफ़राज़ खान
पिछले दो साल से घेरलू क्रिकेट में जमकर रन बरसा रहे सरफ़राज़ खान को इस सीरीज में टीम इंडिया में नहीं चुना गया है। सरफराज खान ने 38 फर्स्ट क्लास मैचों में 76.32 की शानदार औसत से 3511 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। सरफराज खान ने फर्स्ट क्लास मैचों में तिहरा शतक भी ठोका हुआ है। फर्स्ट क्लास मैचों में सरफराज खान का बेस्ट स्कोर नाबाद 301 रन है। इतने बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी सरफ़राज़ खान को खेलने का मौका नहीं मिला है।
पृथ्वी शॉ
भारतीय अंडर 19 टीम को 2018 में वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले कप्तान पृथ्वी शॉ को लगातार उनके प्रदर्शन के बादजूद उन्हें नज़रअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने साल 2018 में भारत की टेस्ट टीम में डेब्यू पर शतक जड़ा था। पृथ्वी शॉ ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट मैचों में पृथ्वी शॉ का बेस्ट स्कोर 134 रन रहा है। पृथ्वी शॉ ने 43 फर्स्ट क्लास मैचों में 3730 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। इतने अच्छे आकड़े होने के बाद भी पृथ्वी शॉ को खेलने का मौका नहीं मिल रहा है।
मयंक अग्रवाल
एक समय भारतीय टीम के नियमित ओपनर थे मयंक अग्रवाल लेकिन पिछले काफी लम्बे समय से वह भारतीय टीम से बाहर चल रहे है। मयंक अग्रवाल का भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में बहुत शानदार रिकॉर्ड है। मयंक अग्रवाल ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 21 टेस्ट मैचों में 1488 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट मैचों में मयंक अग्रवाल का बेस्ट स्कोर 243 रन रहा है। उन्होंने श्री लंका के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।