जिम्बाब्वे में चल रहे विश्व कप क्वालीफायर में रविवार को सुपर सिक्स में श्रीलंका की टीम ने मेजबान जिम्बाब्वे को 9 विकेट से शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही श्रीलंका की टीम विश्व कप में पहुंचने वाली पहली क्वालीफायर टीम बन गई है। अब श्रीलंका विश्व कप में क्वालीफायर 1 की टीम की तरह विश्व कप में प्रवेश करेगी जबकि जिम्बाब्वे की टीम क्वालीफायर 2 की तरह टूर्नामेंट में प्रवेश करेगी।
जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी रही फ्लाॅप
मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और यह सही साबित हुआ। जिम्बाब्वे के ओपनर गुम्बी बिना खाता खोले आउट हो गए। यहाँ से शुरू हुआ विकेट पतन लगातार चलता रहा। जिम्बाब्वे के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज सीन विलियम्स थे। उन्होंने 56 रनों की पारी खेली लेकिन टीम 165 के कुल स्कोर पर सिमट गई।
इस मुकाबले में महेश तीक्षणा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया। इस मुकाबले में उन्होंने अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की।उन्होंने 3.00 की किफायती इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 8.2 ओवर में केवल 25 खर्च करते हुए 4 विकेट अपने झोली में डाले। उनके अलावा मदुशंका ने भी 3 विकेट हासिल किए।
आसानी से हासिल किया लक्ष्य
जवाब में श्रीलंका के ओपनरों ने ही काम कर दिया।श्रीलंका की ओर से करुणारत्ने और निसंका ने मिलकर पहले विकेट के लिए शतकीय भागीदारी की। इस बीच करुणारत्ने 30 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन निसंका फिफ्टी के बाद टिके रहे। उनके साथ कुसल मेंडिस भी क्रीज पर थे। दोनों ने स्कोर आगे बढ़ाया और टीम को जीत दिलाकर लौटे। इस दौरान निसंका शतक जड़ने में भी सफल रहे। उन्होंने 101 रनों की नाबाद पारी खेली। जबकि कुशल मेंडिस 42 गेदों पर 25 रन बनाकर नाबाद रहे।
इस जीत के साथ ही श्रीलंका की टीम विश्व कप में पहुंचने वाली पहली क्वालीफाइड टीम बन गई। अब श्रीलंका की टीम विश्व कप में 2 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भिडेगी। यह दोनों टीमें विश्व कप में साल 2011 के फाइनल में भी इसी मैदान में आपस में भिडी थी।