भारतीय टीम का वेस्टइंडीज दौर पर शानदार प्रदर्शन जारी है। भारतीय टीम ने टेस्ट के बाद एकदिवसीय क्रिकेट में वेस्टइंडीज को अपने खेल से नेस्तनाबूद किया और तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में पहला मैच 4 विकेट से जीतकर सीरीज़ में 1-0 की महत्वपूर्ण बढत बनाई। इस मैच में टीम इंडिया की ओर से कुलदीप यादव ने शानदार गेंदबाजी की। जिनकी तारीफ मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने भी की।
ऐसे परीक्षण करते रहेंगे
पहले एकदिवसीय मैच में जीत हासिल करने के बाद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बात करते हुए कहा कि, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि पिच इस तरह से खेलेगी। टीम की जरूरत थी कि वह पहले गेंदबाजी करे और स्कोर बनाए। पिच में सीमर्स और स्पिनरों के लिए सब कुछ था, हमारे लोगों ने उन्हें उस स्कोर तक सीमित रख कर में अच्छा प्रदर्शन किया।
वही उन्होंने टीम के युवा खिलाड़ियों को मौका देने को लेकर कहा कि हम एकदिवसीय खिलाड़ियों को खेल का समय देना चाहते थे जो आए हैं, हम जब भी संभव हो उन चीजों को आजमाते रहेंगे। उन्हें 115 तक सीमित रखने के लिए, हम जानते थे कि हम इन लोगों को आज़मा सकते हैं और उन्हें मौका दे सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस तरह के ज्यादा मौके मिलेंगे।
साल 2011 के बाद नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आए
रोहित शर्मा ने इस मैच में नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आए थे। इसके पहले वें 7 नंबर बल्लेबाजी करने साल 2011 में आए थे। हालांकि उस मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। इसको लेकर रोहित शर्मा ने कहा कि मैंने भारत के लिए पदार्पण किया और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा था, मुझे उन दिनों की याद आ गई।
इसके बाद अंत में डेब्यूटंट मुकेश की तारीफ करते हुए कहा कि मुकेश शानदार थे, वह गेंद को अच्छी गति से स्विंग करा सकते थे। यह देखकर अच्छा लगा कि वह क्या पेशकश कर सकता है, मैंने उसे घरेलू क्रिकेट में ज्यादा नहीं देखा है। हालात चाहे जो भी हों, हमें उन्हें रोकने के लिए सही क्षेत्रों में गेंदबाजी करने की जरूरत है और मुझे लगता है कि हमारे गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। और फिर इशान बल्ले से भी अच्छे थे।