सोमवार को आईपीएल सीजन में राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और लखनऊ सुपरजाइंट्स की टीम आमने-सामने हुई। यह मैच आरसीबी के होम ग्रांउड बेंगलुरु में खेला गया। लेकिन बेंगलुरु के लिए कुछ ज्यादा खास नहीं रहा। टीम को 212 रनों का विशाल स्कोर बनाने के बाबजूद टीम को अंतिम गेंद पर हार का सामना करना पड़ा। यह टीम की टूर्नामेंट में तीन मैचों में दूसरी हार रही।
अंत में निराशा मिली – फाफ डु प्लेसिस
टीम की इस हार से टीम के कप्तान भी निराश नजर आए। टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने मैच के बाद चर्चा करते हुए कहा,
”इस मैच के लिए मैं एक ही शब्द कहना चाहूंगा और वो शब्द है, निराशा। मेरा मतलब है कि जाहिर तौर पर वे बीच में काफी अच्छा खेले लेकिन मुझे लगा कि हमने खूबसूरती से वापसी की। लेकिन फिर उस आखिरी गेंद पर, मैंने रन आउट के साथ अपने मौके को भुनाया।”
वही फाफ डु प्लेसिस ने बेंगलुरु की पिच के बारे में बात करते हुए कहा, ”मुझे लगता है कि सिर्फ विकेट 7 से 14 ओवर तक बल्लेबाजी काफी धीमी थी, लेकिन फिर आखिरी पांच ओवरों में गेंद अच्छी तरह से आ रही थी और दूसरी पारी में यह जारी रही। जिसके कारण दोनों टीमें बड़ी ही आसानी से 200 रनों का स्कोर पार किया और मैच में 400 से भी अधिक रन बने।”
निकोलस पूरन ने मैच का रूख पलटा
मैच में लखनऊ की ओर से निकोलस पूरन ने बड़ी ही शानदार बल्लेबाजी की और 19 गेंदों पर 63 रन बनाकर मैच का रूख लखनऊ की ओरमोड़ दिया था। जिसको लेकर फाफ डु प्लेसिस ने कहा कि मैंने अपने सारे हथियार उन पर फेंक दिए। दुर्भाग्य से उन्होंने हमारे मजबूत गेंदबाजों में से एक हर्षल को उसके पहले दो ओवरों में ही जमकर धुनाई की थी, लेकिन हर्षल ने अच्छी वापसी की। डेथ ओवरों में गेंदबाजी करना मुश्किल जगह है, आपको अपना सर्वश्रेष्ठ देना होता है जिसकी उन्होंने कोशिश भी की।”
वही आपको बता दें कि आरसीबी के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने 46 गेंदों पर 79 रनो की पारी खेली। इसमें उनका 115 मीटर का छक्का भी शामिल था। उन्होंने अपनी को लेकर बात करते हुए कहा, ”मैं वास्तव में अपनी अधिकांश पारियों के लिए संघर्ष कर रहा था। विराट को स्ट्राइक देकर खुश था जो पहले छह ओवरों में वास्तव में अच्छी तरह से स्ट्राइक कर रहा था। आपको वो पारियां मिलती हैं जहां कभी-कभी आपको खरोंच करनी पड़ती है और एक बार जब मैंने कुछ हिट करना शुरू किया तो मुझे अपना प्रवाह मिल गया।”