विश्वकप के आज महामुकाबले में दो सबसे मजबूत टीम की भिडंत हुई. वानखेड़े मैदान में साउथ अफ्रीका टीम ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत हुई और इस मैच का पारिणाम एक तरफ़ा ही निकला. पहले साउथ अफ्रीका ने 400 रन का विजयी लक्ष्य खड़ा किया. लेकिन लक्ष्य का पीछा करने उतरीं इंग्लैंड ने ऐसे खेला मानो वह 100 रन बनाने भी मुश्किल हो. और पूरी टीम किसिस तरह से 172 रन 10 विकेट पर बना सकी. 229 रन के इस शर्मनाक हार झेलना पड़ा. इस मैच में साउथ अफ्रीका की तरफ से मिडिल में बल्लेबाजी करने आये हेनरिक क्लासेन ने तूफानी शतक लगाकर ‘मैन ऑफ द मैच चुने गए’, उन्होंने मैच के बाद कुछ बाते कही, आइये जानते उनके बयान के बारे में..

यह अवार्ड मेरा नहीं यानसेन का है- हेनरिक क्लासेन

“यह मेरी अब तक की सर्वश्रेष्ठ (नॉक) में से एक है, मैं गेंद को अच्छे से हिट कर रहा था, यह नॉक मेरी सबसे अच्छी नॉक में से एक मानी जाएगी। यह ऐसी गर्मी थी, आपकी सारी ऊर्जा सोख लेती है। वहां गर्मी बहुत ज्यादा थी. वे (इंग्लैंड) शारीरिक रूप से दबाव में थे, लेकिन कुछ विकेटों ने उन्हें वापस ला दिया। अगला स्तर (जैनसन की पारी)। यह पुरस्कार उन्हें (जान्सन) मिलना चाहिए। उन्होंने मुझे उत्साहित किया और कहा कि आप 100 रन बनाए बिना मैदान नहीं छोड़ेंगे। वह अद्भुत हैं, बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने जो रन बनाए वे हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण थे।

वही आगे नीदरलैंड से मिली हार पर बोलते हुए कहा कि,

वह हार (नीदरलैंड के खिलाफ) कठिन थी, लेकिन हम जानते हैं कि हम अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं। एक हार से हम खराब टीम नहीं बन जाते। कुछ बातचीत हुई और हमारे लड़कों ने प्रशिक्षण सत्र के साथ वापसी की। आज यह शानदार प्रदर्शन था.

बता दें, इस मैच में मार्क यानसेन और हेनरिक क्लासेन की तूफानी शतक से 400 रन का लक्ष्य के लगभग बनाना आसान हुआ.

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