रोहित शर्मा: चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस (CSK vs MI) के बीच वानखेड़े के मैदान पर हुए मुकाबले में चेन्नई की टीम ने मुंबई को 7 विकेट से पटखनी दे दी। टॉस हारकर अपने होम ग्राउंड में पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस ने निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 157 रन बनाए।
जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स ने 18.1 ओवर में 3 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। चेन्नई की तरफ से बल्लेबाजी में अजिंक्य रहाणे ने शानदार पारी खेलते हुए तूफानी अर्धशतक जड़ा। वहीं गेंदबाजी में रविंद्र जडेजा का कमाल देखने को मिला।
‘हमने 30-40 रन कम बनाए’: रोहित शर्मा
चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस (CSK vs MI) के बीच हुए मुकाबले में मुंबई की 7 विकेट से करारी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि,
“हमने बीच में ही अपना रास्ता खो दिया, हम मिली शुरुआत को भुनाने में नाकाम रहे। यह अच्छी पिच थी, 30-40 रन कम थे और बीच के ओवरों में इसे भुनाया नहीं जा सका। चेन्नई के स्पिनरों को श्रेय देना चाहिए, उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और हमें दबाव में रखा।”
हार के बाद रोहित शर्मा ने सीनियर खिलाड़ियों को फटकार लगाई तो वहीं युवा खिलाड़ियों को बैक करते हुए कहा कि
“आपको अलग-अलग चीजों को आजमाने की जरूरत है। आपको हमला करने और बहादुर बनने की जरूरत है। हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं और उन्हें कुछ समय देना चाहिए। उनके पास वास्तविक प्रतिभा है और हमें उनका समर्थन करना होगा और उनकी क्षमता पर भरोसा दिखाना होगा जो हम कर रहे हैं। सीनियर लोगों को मेरे साथ शुरुआत करने की जरूरत है। हम आईपीएल की प्रकृति को जानते हैं, जब टूर्नामेंट शुरू होता है तो हमें कुछ लय हासिल करने की जरूरत होती है और जब आप नहीं करते तो यह मुश्किल होता है।”
ड्रेसिंग रूम की प्लानिंग पर रोहित शर्मा ने कहा कि
“बस दो गेम की जरूरत है और अब तक हमारा सब कुछ खोया नहीं है। यदि आप जीतते हैं, तो आप लगातार कुछ जीत सकते हैं और जब आप हारते हैं तो उस मोमेंटम से बाहर आना मुश्किल होता है। उम्मीद है कि चीजें बदलने लगेंगी। हम चेंजरूम में जो बातें बोलते हैं, वह बीच में काम नहीं करती हैं।”
पिछले सीजन के खराब प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि
“हम जानते हैं कि हमारा पिछला सीजन काफी निराशाजनक रहा था, लेकिन हम हमेशा नए सिरे से शुरुआत करते हैं। यहां तक कि जब हमने 5 ट्रॉफी जीतीं, तो हमने कभी नहीं सोचा था कि हमने पिछले साल इसे जीता है। यहां हर विपक्षी बेहतरीन है और हमें उन्हें हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है। दो मैच हो चुके हैं, जिसे हम बदल नहीं सकते। निश्चित रूप से हम सीख सकते हैं और मैदान पर चीजों को बदलने में अधिक साहसी बन सकते हैं।”