भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) के संन्यास की बातें लगातार जोर पकड़ रही हैं। इसी बीच उन्होंने इन सभी बातों को दरकिनार करते हुए अपना एक बयान सामने रखा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुनील छेत्री ने कहा कि, “मैं नहीं जानता कि देश के लिए मेरा अंतिम मैच कब होगा। मैंने कभी भी लंबे समय के लक्ष्य नहीं बनाए। मैं अगले मैच के बारे में सोचता हूं। अगले 10 दिन के बारे में सोचता हूं। यह संन्यास एक दिन होगा ही और उस दिन होगा, जब शायद मैं ऐसा नहीं चाहता हूंगा।”
संन्यास के लिए बनाए मानदंड- सुनील छेत्री
भारत के सेमीफाइनल में लेबनान के खिलाफ सुनील छेत्री ने कहा कि “संन्यास लेने पर फैसला करने के लिए खुद के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं। कुछ मानदंड है, जिनके बारे में सोचता हूं। मैं टीम के लिए योगदान कर पा रहा हूं या नहीं, मैं गोल कर पा रहा हूं या नही, जितनी कड़ी ट्रेनिंग करना चाहता हूं उतना कर पाता हूं या नहीं। जिस दिन मुझे लगा कि ऐसा नहीं है तो मैं खेल को अलविदा कह दूंगा। क्योंकि फिर मेरे खेलने के लिए कोई और कारण नहीं होगा।”
लेबनान के साथ खेल चुके हैं दो मैच
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए सुनील छेत्री ने कहा कि मैं यह नहीं बता सकता कि संन्यास 1 साल बाद होगा या फिर 6 महीने बाद। मेरा परिवार भी इसके बारे में अटकलें लगाता रहता है और जब भी भी इसका जिक्र करते हैं तो मैं मजाकिया अंदाज में उन्हें अपने आंकड़े बता देता हूं। लेबनान की टीम काफी मजबूत टीम है और उन्हें हमसे ले लेना भारी पड़ सकता है। हम पहले भी उनके दो बार खेल चुके हैं और मुझे लगता है कि वह भी हमारे बारे में ऐसा ही सोचते होंगे और संयम रहने की कोशिश कर रहे हैं। हम इतने कम समय में इतने सारे मैचों में उभरने के लिए अच्छा कर रहे हैं।”