वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में मिली हार के बाद जहां अन्य खिलाड़ी छुट्टियां मना रहे हैं। वहीं रविचंद्रन अश्विन तमिलनाडु लीग 2023 खेल रहे है। तमिलनाडु लीग 2023 में रविचंद्रन अश्विन डिंडीगुल ड्रैगंस की कप्तानी करते हुए नजर आ रहे हैं। डिंडीगुल ड्रैगंस ने अपना पहला मुकाबला त्रिची के खिलाफ खेला।

इस मुकाबले में डिंडीगुल ड्रैगंस ने छह विकेट से जीत हासिल की। टॉस जीतकर त्रिची ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी त्रिची की टीम ने 19.1ओवर पर ऑल आउट होकर 120 रन बनाए। वहीं डिंडीगुल ड्रैगंस ने मात्र 14.5 ओवर में ही 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।

थर्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ लिया DRS 

इस मुकाबले में कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने सभी को हैरान कर दिया। डिंडीगुल ड्रैगंस और त्रिची के बीच खेले गए इस मुकाबले में मैदानी अंपायर ही नहीं बल्कि थर्ड अंपायर के फैसले को भी चुनौती दी गई। इस मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन ने एक ही गेंद पर दो रिव्यु लिए लेकिन थर्ड अंपायर भी अपने फैसले पर बने रहे।

दरअसल इस मैच में पहले एक बल्लेबाज ने डीआरएस लिया जो उनके पक्ष में गया लेकिन फिर गेंदबाज ने उसी गेंद के लिए रिव्यू लिया। ऐसे में उसी गेंद को फिर से थर्ड अंपायर को रिव्यू करना पड़ा हालांकि रिव्यू लेने के बावजूद थर्ड अंपायर ने अपने फैसले में कोई परिवर्तन नहीं किया।

ये है पूरा मामला

यह घटना त्रिची की बल्लेबाजी के दौरान 13 ओवर की आखिरी गेंद की है। जब रविचंद्रन अश्विन ने त्रिची की टीम के बल्लेबाज आर राजकुमार को विकेट के पीछे कैच आउट किया। कैच होने के बाद मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज को आउट करार दिया हालांकि बल्लेबाज ने तुरंत डीआरएस लिया। थर्ड अंपायर ने पाया कि जो आवाज आई है वह बल्ला जमीन पर लगने की वजह से आई है।

ऐसे में थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया‌। थर्ड अंपायर द्वारा दिए गए इस फैसले से रविचंद्रन अश्विन नाखुश थे उन्होंने एक बार फिर से रिव्यू लेने का फैसला किया। ऐसे में फिर से वही थर्ड अंपायर ने चेक किया लेकिन थर्ड अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला और बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया।

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