लोगों की शिकायतों पर अब सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाया है और गांव तक रोडवेज बस सेवा देने का फैसला लिया गया है, जहां प्रदेश सरकार के इस फैसले पर लोगों ने काफी खुशी जताई है. इससे पहले लोगों का यह कहना है कि अभी तक कस्बों तक पूरी तरह से रोडवेज बस की सेवा नहीं मिल पा रही है लेकिन मुख्यमंत्री ने जैसे ही इस बात पर ध्यान किया है उसके बाद लोगों की उम्मीदें और भी बढ़ चुकी है.
सरकार के फैसले से लोगों को मिली राहत
लोगों के द्वारा यह भी बताया गया है कि जिले में कई ऐसे रास्ते हैं जहां से बस सेवा लोगों को नहीं मिलती है. भारत-नेपाल सीमा से लगे महाराजगंज जनपद में आने जाने का प्रमुख साधन केवल बस सेवा ही है लेकिन इसके बावजूद भी इसमें किसी तरह की कोई पहल नहीं की जा रही है. इस तरह की बदहाली के कारण लोगों के पास कोई और विकल्प नहीं बचा है और वह निजी साधनों से यात्रा करने के लिए मजबूर है. इस बीच लोग किराया भी ज्यादा देते हैं और अपनी जान को जोखिम में भी डालते हैं.
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय की दूरी 60 किलोमीटर है जहां जाने के लिए तीन बार वाहन बदलना पड़ता है. ऐसे में करीब 60000 की आबादी इस समस्या से परेशान हो रही है. महीने में लोगों को 1 से 2 दिन ही बस की सेवा मिल पाती है.
निजी वाहन से करना पड़ता है यात्रा
खास तौर पर वैसे लोगों को काफी परेशानी होती है जिन्हें लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ती है. उन्हें बार-बार साधन बदलना पड़ता है. कई रूट ऐसे हैं जहां पर हर दिन हजारों की संख्या में लोग आवाजाही करते हैं. इसके बावजूद भी सरकार वैसे रास्तों पर रोडवेज की बस नहीं चलाती है. कुछ रास्ते ऐसे हैं जहां पर यह सेवा शुरू हुई लेकिन कुछ ही दिनों में बंद हो गई जहां अब मुख्यमंत्री द्वारा इस समस्या को संज्ञान लिया गया और अब लोगों की उम्मीद बढ़ी है कि जल्द ही इस ओर एक नया कदम उठाया जाएगा.
आपको बता दें कि लगभग 10 साल हो चुके हैं लेकिन महाराजगंज जिला मुख्यालय के लिए रोडवेज बस संचालित नहीं हो सकी है. बीच में कभी कभी जब यह मामला जोर पकड़ता है तो इसकी चर्चा शुरू होती है लेकिन फिर यह पूरी तरह से समाप्त भी हो जाता है.
इस तरह की परेशानी झेल रहे लोग
2 साल से इटहिया से गोरखपुर की बस सेवा बंद है. वही निचलौल तहसील क्षेत्र में बीते 2 साल से इटहिया शिव मंदिर से गोरखपुर एवं नेपाल सीमा से लगे झूलनीपुर से गोरखपुर जाने वाली बस संचालित नहीं हो रही है और लोगों की समस्या का कोई समाधान नहीं ढूंढा जा रहा है. ऐसे में महाराजगंज होते हुए गोरखपुर जाने वाली रोडवेज बस का संचालन बंद होने पर निजी वाहनों को ज्यादा किराया देकर यात्रा करते हैं. रोडवेज बस से गोरखपुर तक ₹110 किराया लगता है. अगर टैक्सी एवं निजी बस से जाए जाए तो जाए 125, 130 हो जाता है.
मार्च 2021 में इटहिया से बस सेवा निचलौल महाराजगंज गोरखपुर रोडवेज बस सेवा सिसवा के विधायक प्रेम सागर द्वारा शुरू कराई गई थी जो सुबह 7:00 बजे गोरखपुर रवाना होती थी और वापसी 10:00 होती थी. इससे सीतलापुर, इटहिया, झूलनीपुर, पिपरा सहित कई गांव के लोगों को फायदा मिल रहा है.