महाराजगंज (Maharajganj) में अचानक बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह (Ashish Kumar Singh) का कार्यालय इन दिनों सुर्खियों में आ चुका है. दरअसल कुछ दिन पहले ही उनके कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक यशवंत सिंह (Yashwant Singh) के खिलाफ सर्व शिक्षा अभियान घोटाले में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था, जहां अब इसके बाद विजिलेंस विभाग की टीम बीएसए कार्यालय (BSA Office) पहुंच गई है जिसके बाद वहां एक अलग ही खलबली मची है. वहां पहुंचते ही विजिलेंस टीम ने कार्यालय के कर्मी यशवंत सिंह से जुड़ी विभागीय जानकारी भी मांगी है. हालांकि कुछ समय की जांच के बाद टीम वहां से वापस लौट गई.
विजिलेंस टीम को देखकर उड़ गए अधिकारियों के होश
विजिलेंस टीम ने जब यशवंत सिंह के खिलाफ सारी जानकारी मांगी उसके बाद से ही विभाग में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो चुकी है. आपको बता दें कि यशवंत सिंह के खिलाफ कई तरह के आरोप है. साल 2010 में बीएसए कार्यालय में हुए सर्व शिक्षा अभियान घोटाले में भी वह आरोपित पाए गए थे. उस मामले में कोर्ट में एनबीडब्ल्यू जारी हो चुका है.
उसी मामले में कोर्ट से कुछ दिन पहले महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जांच के बाद पूरे प्रदेश में 25 खंड शिक्षा अधिकारी समेत छह लिपिकों के विरुद्ध विद्यालय की मान्यता समेत शिक्षकों के धन व घूस लेने के मामले में जांच का आदेश दिया था जहां महाराजगंज (Maharajganj) बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक यशवंत सिंह का नाम भी इस मामले में प्रमुखता से प्रकाशित हो चुका है.
कार्रवाई के दौरान मौजूद नहीं थे लिपिक
जब विजिलेंस की टीम अचानक जांच के लिए बीएसए कार्यालय (BSA Office) में पहुंची तो हर किसी की जान हलक में अटक गई. हालांकि लिपिक कार्यालय में मौजूद नहीं थे. विजिलेंस के सदस्य विभाग से कुछ जानकारी लेकर वहां से चले गए. इस मामले में बीएसए आशीष कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें इस संबंध में ज्यादा कोई जानकारी नहीं है. सब कुछ गोपनीय है इसलिए वह किसी तरह की जानकारी अधिकारियों को नहीं दे पाएंगे. हालांकि इस मामले में आगे और कार्रवाई चल रही है.