महाराजगंज

महाराजगंज (Maharajganj) जिले के 7 ब्लॉकों में संचालित होने वाले 34 विद्यालयों की दशा इस वक्त अत्यंत खराब है. दरअसल इन विद्यालयों की स्थिति को सुधारने के लिए विभाग को 1.94 करोड़ रुपए की आवश्यकता है. धन ना मिलने से जहां एक तरफ विद्यालयों की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है, वहीं उसमें अध्ययनरत बच्चों को भी दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में विभागीय स्तर से भी प्रयास जारी है.

विद्यालयों की स्थिति हो रही खराब

परिषदीय स्कूलों की दशा को सुधारने के लिए कायाकल्प योजना भी चलाई जा रही है, जहां जिले के 7 ब्लॉकों में चयनित किए गए 34 विद्यालयों में से किसी का फर्श टूटा है तो किसी का प्लास्टर टूट कर बिखर चुका है. कुछ विद्यालयों में तो खिड़की- दरवाजा इस कदर छतिग्रस्त है कि वह कब टूट जाए इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी कई प्रकार की घटनाओं का सामना करना पड़ता है. शिक्षा विभाग ने चिन्हित 34 विद्यालयों के लिए 1.94 करोड़ रुपए की मांग की है. मगर लगातार धन ना मिलने से स्थिति वही बनी हुई.

सूची में शामिल है ये विद्यालय

इन विद्यालयों की सूची में बृजमनगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बेलासपुर व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बृजमनगंज खड़खोड़ी एवं घूघली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर व कंपोजिट स्कूल मिर्जापुर पकड़ी की दशा सुधारी जानी है. मिठौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय शेखुई द्वितीय, परसाचकक, गोबरही पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुयावर नारायणपुर नौतनवा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय ब्रह्म स्थान व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेरियहवा निपनिया व बरवां कला का नाम है.

वही निचलौल में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पयागपुर एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेमरहना पनियरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय उसका, बलुअहवा, हरखपुरा, चोरी व विनटोलिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेनीगंज एवं कम कंपोजिट स्कूल गांगी बाजार पनियारा का नाम भी शामिल है.

Read More : हाईवे पर नीलगाय ने बाइक सवार पर लगाई छलांग, एक की हुई मौत दूसरा गंभीर रूप से घायल