महाराजगंज (Maharajganj) में बेसिक शिक्षा विभाग (BSA) का एक और नया कारनामा सामने आया है. दरअसल सेठ पूरणमल जयपुरिया जूनियर हाई स्कूल फरेंदा में अनियमित नियुक्ति की शिकायत की जांच के लिए एडी बेसिक गोरखपुर, बीएसए महाराजगंज को एक नहीं बल्कि 6 बार पत्र भेज पत्रावली मांग चुके हैं, लेकिन बीएसए कार्यालय के जिम्मेदार एडी बेसिक जैसे बड़े अफसर के पत्र को भी ठंडे बस्ते में डाल दे रहे हैं, जिससे एडी बेसिक कार्यालय की नाराजगी अब धीरे-धीरे बीएसए कार्यालय के प्रति बढ़ती जा रही हैं.
लगाई जा रही ये आशंका
माना जा रहा है कि अगर कार्यालय का यही रवैया आगे भी जारी रहा तो आने वाले कुछ समय में बीएसए कार्यालय (BSA OFFICE) के जिम्मेदारों के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है. इसके अलावा भी ऐसे ही कार्यालय की चुप्पी कई बड़े सवाल खड़े कर रही है. कुछ लोगों का कहना है कि बीएसए दबाव में आकर अनियमित नियुक्ति के मामले का बचाव कर रही है .इसके अलावा यह भी आशंका जताई जा रही है कि विभाग ने मूल पत्रावली को ही गायब कर दिया है, जिस वजह से कोई जवाब सामने नहीं आ रहा है.
प्रबंधक को कई बार मिल चुकी है चेतावनी
आपको बता दें कि एडी बेसिक अपने छठे पत्र में विद्यालय के प्रबंधक को यह चेतावनी भी दे चुके हैं कि वह अपनी आख्या साक्ष्य समेत उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि आपको कुछ नहीं कहना है और इसकी पूरी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधक की होगी.
ये है पूरा मामला
दरअसल आनंद नगर के लारी बिल्डिंग निवासी जावेद अहमद खान (Javed Ahmad Khan) ने 6 जून 2020 को सेठ पूरणमल जयपुरिया जूनियर हाई स्कूल आनंद नगर के प्रधानाध्यापक विजय पति सिंह (Vijay Pati Singh) की कूट रचित शैक्षिक अनुभव के आधार पर साल 2006 में और नियमित नियुक्ति के संबंध में शिकायत की है, जिसके बाद भी ऐसे प्रधानाचार्य व प्रबंधक की बैठक बुलाई गई जिसमें एडी बेसिक ने भी ऐसे बीएसएफ प्रधानाध्यापक, प्रधानाचार्य को नियुक्ति के संबंध में साक्ष्य सहित मूल प्रश्न पत्रावली के साथ बैठक में प्रतिभाग करने का निर्देश दिया लेकिन बैठक में कोई भी मौजूद नहीं हो पाया.
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