इस वक्त महाराजगंज (Maharajganj) के एक किसान की ऐसी स्थिति है कि उसे खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटना पड़ रहा है. कृषि विभाग की ओर से परतावल ब्लॉक के श्यामदेउरवा गांव के 43 वर्षीय किसान जय श्री गुप्ता को पोर्टल पर मृत दिखाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली राशि रोक दी गई है. 2 साल से खुद को इस पोर्टल पर किसान जीवित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, पर अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है.

2 साल से काट रहे हैं चक्कर

किसान ने जिलाधिकारी, जिला कृषि अधिकारी तथा कृषि निदेशक को शिकायती पत्र देकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि दिलाने की मांग की है. आपको बता दें कि जय श्री गुप्ता को इस योजना के तहत ₹2000 मिल रहे थे. आखरी बार उन्हें मई 2021 में इस योजना की किस्त मिली थी. इसके बाद से ही ये बंद हो गई. जब अधिकारियों से सम्मान निधि बंद करने की जानकारी मांगी गई तो पता चला कि पोर्टल पर उसे मृत दिखाया गया है. उसने आधार कार्ड के साथ जीवित होने का प्रमाण भी दिया लेकिन 2 वर्ष के बाद भी राशि जारी नहीं हुई.

परिवार के साथ पकोड़े बेचने को मजबूर

जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी. इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. किसान जय श्री गुप्ता का कहना है कि मैं कब से अधिकारियों को बता रहा हूं कि साहब मैं जिंदा हूं और आपके सामने खड़ा हूं, पर अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं है. 1 वर्ष बाद जून 2022 में जिला कृषि अधिकारी को शिकायती पत्र दिया था. अगस्त 2022 को डीएम, एडीएम को शिकायती पत्र दिया लेकिन केवल आश्वासन मिला. परिवार का भरण पोषण करने के लिए वह अपने बेटों के साथ ठेले पर पकौड़ा बेचने को मजबूर है. परिवार में जयश्री के अलावा पत्नी, 3 बेटा और दो बेटी है.

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