अतीक अहमद

दरअसल अतीक अहमद और अशरफ को 5 दिनों की रिमांड पर लाया गया था जिस दौरान उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी और मेडिकल कॉलेज के पास इसी बीच कुछ अपराधी ने मीडिया कर्मी बनकर इस घटना को अंजाम दिया.

उमेश पाल हत्याकांड के गुलाम और गुड्डू मुस्लिम को पनाह देने वाला सतीश पांडे माफिया अतीक अहमद का एहसान चुकाने में कानून की नजर में अपराधी बन गया. कई विभागों के ठेके दिलाने में अतिक की गुड्डू मुस्लिम ने उसकी मदद की थी जिसकी बदौलत कम समय में उसने करोड़ों की दौलत कमा ली.

उमेश पाल हत्याकांड के बाद गुड्डू को छिपने की दी पनाह

जब असद और गुलाम का एनकाउंटर हुआ उसके बाद सतीश को तलाश रही एसटीएफ को एक खनन कारोबारी की भी तलाश है. दरअसल अतीक अहमद को सतीश पांडे से चित्रकूट के खनन कारोबारी ने मिलवाया था. अतीक के जरिए सतीश, गुड्डू मुस्लिम के संपर्क में आया जिसके बाद प्रयागराज में उससे जुड़ी कुछ कंपनियों को बड़े सरकारी ठेके मिलने लगे.

इसी वजह से उमेश पाल हत्याकांड के बाद गुड्डू उसके पास छिपने के लिए आया जिसके बाद वह इनकार नहीं कर सकता जिसने गुड्डू को सरकारी कॉलोनी के एक घर में रुकने के लिए जगह दी.

सुनाई गई थी उम्र कैद की सजा

सतीश के परिचित के घर पर कुछ दिन रुकने के बाद गुड्डू को मुखबिरी हो जाने का शक हुआ तो वह ट्रेन से मध्यप्रदेश के देवास भाग गया. वही एसटीएफ की टीम ने गुड्डू की तलाश में पूरी ताकत झोंक रखी है. दरअसल प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. गत दिनों उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी.

मीडियाकर्मी बनकर की हत्या

बताया जा रहा है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीन हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है. फिलहाल इन तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिनके पास एक मीडिया कंपनी का माइक और तीन पिस्टल व 6 खोखे बरामद हुए हैं.

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