महाराजगंज (Maharajganj) के जिला अस्पताल का ओवरलोड चल रहा है. आईसीयू वार्ड की समस्या बहुत ही जल्द दूर होने वाली है और लोगों को नया तोहफा मिलने वाला है. अस्पताल प्रशासन ने लोगों को पूरी सहूलियत प्रदान करने के लिए कोशिश तेज कर दी है और बताया जा रहा है कि 16 बेड वाले मेडिकल वार्ड को आईसीयू वार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
एक बेड पर तीन बच्चों का हो रहा इलाज
इस पहल से अब 15 बेड की जगह 31 बेड का आईसीयू होगा, जिस कारण इमरजेंसी की परिस्थिति में लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. 100 बेड वाले जिला अस्पताल में 15 बेड का आईसीयू संचालित है लेकिन क्षमता से अधिक मासूम भर्ती हो रहे हैं. इस वजह से आईसीयू ओवरलोड चल रहा है. मजबूरी में स्वास्थ्य विभाग के पास कोई विकल्प नहीं है जिस कारण एक बेड पर तीन बच्चों का इलाज करना पड़ रहा है. इससे बच्चों के बीच संक्रमण फैलने की आशंका और भी ज्यादा बढ़ चुकी है.
तेजी से शुरु हो चुका है कार्य
दरअसल 16 बेड वाला मेडिकल वार्ड को आईसीयू बनाने के लिए मशीन की शिफ्टिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है. जल्द ही बेड, मशीन और वेंटिलेटर शिफ्ट कर दिया जाएगा. 15 वर्ड वाले आईसीयू में 5 बेड वाले कक्ष को इंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर बनाया गया है. जांच में जापानी इंसेफलाइटिस या क्यूट सिंड्रोम इंसेफलाइटिस की पुष्टि होने पर पीड़ित बच्चों को ईटीसी में शिफ्ट कर दिया जाता है. आईसीयू वार्ड के विस्तार के बाद भी इटीसी वार्ड पूरी तरह सुरक्षित रहेगा.
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