पिछला मैच गंवाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स एक बार फिर जीत की पटरी पर लौट आयी है। टीम ने सोमवार को बेंगलुरु में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में आरसीबी की टीम को 8 रनों से शिकस्त दी। यह टीम की इस टूर्नामेंट के पांच मैचों में तीसरी जीत रही। इस मैच में टीम के बल्लेबाजों का और अंत में गेंदबाजों का प्रदर्शन बहुत ही बेहतरीन रहा। टीम के कप्तान ने भी जीत का श्रेय इन्हीं सबको दिया।
धोनी ने दुबे की जमकर तारीफ की
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एम एस धोनी ने मैच के बात करते हुए कहा कि जब आप बैंगलोर आते हैं तो यह अच्छा विकेट होता है। आईपीएल के शुरुआती हिस्से में आपको काफी ओस मिलती है। आप अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं और फिर आपके दिमाग में जो कुछ भी है उसे बदलना चाहते हैं। शुरुआत में यह विकेट थोड़ा पेचीदा था। लेकिन बाद मे विकेट बल्लेबाजी के आसान हो गया था। हमने इसे सरल रखा और पारी के दूसरे हाफ में जितना संभव हो सके प्लान के मुताबिक काम करने की कोशिश की।
वही टीम के लिए 27 गेंदों पर 52 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलने वाले शिवम दुबे की तारीफ करते हुए कहा कि वह ऐसा खिलाड़ी है, जो क्लीन हिट कर सकता है। उसे तेज गेंदबाजों से समस्या है लेकिन स्पिनरों के खिलाफ वह क्लीन हिटर है। पिछले साल हमारे पास उसके लिए कुछ योजनाएँ थीं लेकिन दुर्भाग्य से जब वह शिविर में आया तो वह घायल हो गया था इसलिए हम उसके साथ काम नहीं कर सके। वर्तमान में उसे हमसे ज्यादा खुद पर विश्वास करने की जरूरत है। हम केवल एक निश्चित सीमा तक मार्गदर्शन कर सकते हैं, लेकिन एक बार जब आप मैदान में बाउंड्री पार कर लेते हैं तो आप अपने दम पर आगे बढ़ते हैं।
फाफ – मैक्सवेल 18 ओवर में मैच फिनिश कर सकते थे –
वही एम एस धोनी ने मैक्सवेल और फाफ डू प्लेसिस की पारियों को लेकर बात करते हुए कहा,
”जब भी आप 220 स्कोर करते हैं, बल्लेबाजों को हिट करते रहने की जरूरत है। अगर फाफ और मैक्सी जारी रहते तो 18वें ओवर तक जीत हासिल कर लेते। मैं विकेट के पीछे से आकलन करता रहता हूं, मैं हमेशा इस बात में शामिल रहता हूं कि परिणाम के बारे में सोचने के बजाय क्या किया जाना चाहिए। इसके बारे में सोचता हूं।
इसके अलावा अंत में उन्होंने अपनी टीम के युवा गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए कहा कि युवाओं के लिए यह मुश्किल होता है, खासकर साल के इस समय जब चारों ओर ओस होती है। लेकिन वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ब्रावो विशेषज्ञों में से एक हैं। उनकी कप्तानी में गेंदबाजों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। यह एक टीम गेम है। कोच, बॉलिंग कोच और सीनियर खिलाड़ी उनका मार्गदर्शन करते हैं। जिससे काफी मदद भी मिलती है।