भारत के विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के महान कप्तानों में से एक माने जाते हैं। दोनों ही बहुत खिलाड़ियों ने अपनी दम पर अपनी टीम को मैच जिताए है। लेकिन कई खिलाड़ी जो दोनों कप्तानों के अंदर खेले। इसी का जिक्र भारतीय टीम के तेज ईशांत शर्मा ने भी किया।
ईशांत शर्मा ने दिया बड़ा बयान
ईशांत शर्मा ने हाल ही में जियो सिनेमा के शो में इंटरव्यू दिया। जियो सिनेमा के होम ऑफ हीरोज शो में ईशांत शर्मा ने कहा, ‘विराट कोहली अग्रेसिव कप्तान था, अगर आप नई गेंद से गेंदबाजी करते हैं, तो आप शुरुआती पांच ओवर में 25 रन भी खर्च सकते हैं, अगर आपने दो विकेट निकाले हों। उसके साथ जो सबसे अहम चीज थी, वह यह थी कि वह सबको एक खास रोल दे देता था।
उन्होंने आगे कहा कि वह मुझसे कहा करता था, ‘तुम काफी मैच खेल चुके हो, अब समय है कि तुम किसी बल्लेबाज को सेट आप करो। वह शमी के पास जाता था और कहता था, ‘मुझे पता है तुम विकेट निकाल सकते हो, लेकिन मैं चाहता हूं कि तुम अब कंसिस्टेंसी के साथ गेंदबाजी करो, कि तम लगातार तीन ओवर मेडेन फेंक सको ।’ वह बुमराह जाता और कहा था, ‘यह तुम्हारा डेब्यू है, तुम वो करो, जो तुम करते हो, लेकिन कंसिस्टेंसी टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा जरूरी है। 2021 के बाद हमें समझ आया कि वह चाहता था कि हम सब ही आउट ऑफ द बॉक्स सोचें ।’
विराट को बताया बेस्ट
विराट कोहली की कप्तानी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ईशांत ने कहा,
‘वह बेस्ट था, जब विराट कप्तान था, गेंदबाजी हर तरह से पूरी थी। जब हम माही भाई के अंडर खेलते थे, तब हम ट्रांजिशन फेज से गुजर रहे थे, उस समय मोहम्मद शमी, उमेश यादव नए थे और उनके अलावा सिर्फ मैं था। बाकी सब रोटेट होते रहते थे। माही भाई के जैसा कम्युनिकेटर आजतक कोई हुआ ही नहीं। उन्होंने गेंदबाजों को तैयार किया। तो विराट का पूरा पैकेज मिल गया। विराट ने सबसे अच्छी चीज की कि उसने हर एक खिलाड़ी का मजबूत पक्ष पहचाना और फिर उससे उसी तरह से बात की।’
गौरतलब है कि विराट कोहली ने साल 2014 से लेकर 2021 तक भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। इस दौरान टीम इंडिया के गेंदबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। यही कारण है कि अक्सर टीम इंडिया के गेंदबाजों से विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवाल किया जाता है।