वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जाने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने खराब प्रदर्शन करने वाले चेतेश्वर पुजारा को टीम से बाहर निकाल फेंका। वही उन्होंने यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा खिलाड़ियों को टीम इंडिया में खोलने का मौका दिया है। साथ ही आईपीएल और डब्लूटीसी के फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अजिंक्य रहाणे को भी फायदा मिला। इसी कड़ी में हनुमा विहारी ने खुद को टीम से ड्राप किए जाने को लेकर एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है।

हनुमा विहारी ने दिया अपना बयान

टीम इंडिया के बल्लेबाज हनुमा विहारी में अपना आखिरी मुकाबला 2022 में खेला था। इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट खेला था। इस दौरान हनुमा विहारी ने एवरेज परफॉर्म किया था लेकिन इसके बाद उन्हें लगातार टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। 2022 में खेले गए एजबेस्टन टेस्ट के बाद उन्हें एक भी बार टीम में खेलने का मौका नहीं मिला है। ऐसे में अब हनुमा बिहारी ने दिलीप ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपना बयान दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि,

‘मुझे अभी भी नहीं पता आखिर क्यों मैं टीम से ड्राप किया गया जब भी मुझे मौका मिला है मैंने हमेशा अपना बेहतर प्रदर्शन देने की कोशिश की है।’

टीम में वापसी की नहीं छोड़ी उम्मीद

इसी के साथ उन्होंने अपनी टीम में वापसी को लेकर कहा कि, जब 35 साल की उम्र में अजिंक्य रहाणे वापसी कर सकते हैं तो फिर मैं क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि टीम से बाहर होने पर आपकी मानसिकता पर असर पड़ता है लेकिन आप वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ते हैं। मैं अभी सिर्फ 29 साल का हूं और मेरे अंदर अभी भी काफी क्रिकेट बचा हुआ है।

इस कड़ी में आपको बता दें कि मौजूदा समय में हनुमा विहारी दिलीप ट्रॉफी में साउथ जोन की तरफ से खेल रहे हैं वह इस टूर्नामेंट में साउथ जोन की कप्तानी करते हुए दिख रहे हैं। वहीं उन्होंने भारतीय टीम के लिए अभी तक 16 टेस्ट मैचों में 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं।  इन 16 मैचों में उनके नाम 1 शतक और 5 अर्धशतक भी है।

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