7 जून से 11 जून के बीच भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लंदन के द ओवल स्टेडियम में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला गया था। डब्ल्यूटीसी के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया टीम ने करारी हार का सामना करवाया। इस मुकाबले में टीम इंडिया को 209 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। ऐसे में आपको बता दें कि, इस सीरीज के बाद भारतीय टीम 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलने जा रही हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट सीरीज में चयनकर्ताओं ने चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया है।
चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट स्क्वाड से बहार फेका
दरअसल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा का खराब प्रदर्शन देखने को मिला था। इस दौरान उन्होंने पहली पारी में 14 रन बनाए। वहीं दूसरी पारी में 27 बनाकर आउट हो गए। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट स्क्वाड से बाहर कर दिया।
वहीं उन्होंने यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा क्रिकेटरों को इंडिया में खेलने का मौका दिया है। इसी के साथ आईपीएल और डब्लूटीसी के फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अजिंक्य रहाणे को भी इसका फायदा मिला। चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम का उप कप्तान बनाया है।
चेतेश्वर पुजारा के साथ हुए बर्ताव से नाखुश हैं हरभजन सिंह
इसी कड़ी में आपको बता दें कि, चेतेश्वर पुजारा के टेस्ट स्क्वाड से बाहर निकाले जाने पर टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह खुश नहीं है। हरभजन सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि, चेतेश्वर पुजारा ने जो कुछ भी हासिल किया है उसके लिए मैं उसकी बहुत इज्जत करता हूं। वह काफी सालों से टीम इंडिया के अनसंग हीरो रहे हैं। वह टीम इंडिया के लिए ऐसे मजबूत स्तंभ रहे हैं नाम ना बनाने वाले काम करके टीम को संकट से उबार आ है।
जिससे बाकी बल्लेबाजों को कंफर्ट मिले। मुझे ऐसा लगता है कि उसे इससे ज्यादा इज्जत मिलनी चाहिए थी जो उसे अभी भी जा रही है। उसे जिस तरह से टीम से बाहर फेंका गया वह देखकर मैं हैरान हूं क्योंकि वह अकेला ऐसा बल्लेबाज नहीं था जो रन नहीं बना रहा था। टीम में और भी है जो उसकी तरह की बल्लेबाजी कर रहे थे जिन्होंने उतने ही एवरेज से रन बनाए हैं।